17 अगस्त 2007

आदमी:-

बर्टोल्त ब्रेख्त
बर्टोल्त की कविता में ओ उद्दवेलन है..., जो आदमी को उसके उन व्यहारों से परिचित कराता है ....,जो उनके पास होता है..., जिसे आदमी जानता भी है ...,पर ब्रेख्त का अंदाजे बयान कुछ और ही है ...... उनकी जुबाँ या उनकी लेखनी हमें उससे ज्यादा महसूसियत देती जितने हम होते है....|

जनरल, तुम्हारा टैंक एक मजबूत वाहन है
वह मटियामेट कर डालता है जंगल को
और रौंद डालता है सैकड़ों आदमियों को
लेकिन उसमें एक नुक्स है.
उसे एक ड्राइवर चाहिए।

जनरल, तुम्हारा बमबर्सक मजबूत है
वह तुफान से तेज उड़ता है और ढोता है
हाथी से भी अधिक।
लेकिन उसमें एक नुक्स है.
उसे एक मिस्त्री चाहिए।

जनरल, आदमी कितना उपयोगी है
वह उड़ सकता है और मार सकता है।
लेकिन उसमें एक नुक्स है.
वह सोच सकता है।

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