tag:blogger.com,1999:blog-3857696409871553743.post843614426783396307..comments2024-03-07T17:45:04.957+05:30Comments on दख़ल की दुनिया: नक्सलवाद के बहाने असहमतियों पर निशानाआलोक श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/08498808385035641834noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3857696409871553743.post-41650456897229994632009-11-20T12:39:15.459+05:302009-11-20T12:39:15.459+05:30एकतरफा आलेख । कभी उस मासुम से मिल लिजिये जिसके बाप...एकतरफा आलेख । कभी उस मासुम से मिल लिजिये जिसके बाप को नक्सलियों ने बेरहमी से गला काट कर मार डाला । केवल विश्वविद्यालय के छाञावास मे रहने से या थोडी सी जानकारी ले लेने से नही होती। जब आपके परिवार का कोई मारा जायेगा तब पता चलेगा की नक्सलियों का असली चेहरा कैसा होता है । तब रूमानी खयालों का भुत सर से उतर जायेगा।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/17003134287260424922noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3857696409871553743.post-8580305885510264682009-11-20T09:09:07.756+05:302009-11-20T09:09:07.756+05:30एकतरफा आलेख । नक्सवाद यानी माओवादी हिंसा, आंतक, लू...एकतरफा आलेख । नक्सवाद यानी माओवादी हिंसा, आंतक, लूटपाट और अराजकता का समर्थन यदि अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय के छात्र या शिक्षक ही करने लगें तो फिर इस देश को कौन बचायेगा ? <br /><br />कभी आदिवासियों की वह दुर्दशा भी देख आईये जो नक्सलवादियों के कारण हुआ है, हो रहा है । जिस हिमांशु की बात आप कर रहे हैं उससे कभी पूछा आपने कि उसने गांधीवादी रास्तों पर चलकर किन किन हिंसक नक्सलियों को समझाया कि भाई मेरे आदिवासियों को नाहक न मारो, परेशान न करो... <br /><br />आपको तो वश रूमानी खयालों में जीना है,, बस्सAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3857696409871553743.post-16287542880159869532009-11-19T11:35:09.939+05:302009-11-19T11:35:09.939+05:30theek likha hai.theek likha hai.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3857696409871553743.post-76701108630940506102009-11-18T10:46:40.461+05:302009-11-18T10:46:40.461+05:30भूल सुधार: गांधीवादी एनजीओ वनवासी चेतना आश्रम के ज...भूल सुधार: गांधीवादी एनजीओ वनवासी चेतना आश्रम के जिस कार्यकर्त्ता पर छत्तीसगढ़ विशेष जनसुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई हुई उनका नाम सुखदेव नहीं, बल्कि सुखनाथ है।देवाशीष प्रसूनhttps://www.blogger.com/profile/06179998975950321589noreply@blogger.com