tag:blogger.com,1999:blog-3857696409871553743.post8392725038866504403..comments2024-03-07T17:45:04.957+05:30Comments on दख़ल की दुनिया: प्रेम एक राजनीतिक मसला है...आलोक श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/08498808385035641834noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3857696409871553743.post-60095948406371217532010-06-07T15:40:50.797+05:302010-06-07T15:40:50.797+05:30मैं आप की लेखनी से पूरी तरह सहमत हूं, ये एकमात्र क...मैं आप की लेखनी से पूरी तरह सहमत हूं, ये एकमात्र कारण है जिसे सामने ना आने देने के लिए इसके पीछे तमाम तरह के तर्क दिये जाते हैं। असल में प्रेम विवाह का विरोध स्त्रियों द्वारा खुद किये गए फैसलों का ही विरोध है जिसे पितृसत्ता लड़कियों द्वारा चुने गए पुरुषों को भी समझाने से गुरेज नहीं करती। इसलिए प्रेम करने वाले पुरुष भी समाज के निशाने पर होते हैं क्योंकि वह जाने-अनजाने स्त्रियों के फैसलों पर भी मुहर लगा रहे होते हैं।जया निगमhttps://www.blogger.com/profile/15744215155103849749noreply@blogger.com